२०२२ में सरस्वती पूजा कब है बिहार - Sarswati Puja 2022 kab hai Bihar me । basant panchami 2022 mein kab hai

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२०२२ में सरस्वती पूजा कब है बिहार - Sarswati Puja 2022 kab hai Bihar me
२०२२ में सरस्वती पूजा कब है बिहार - Sarswati Puja 2022 kab hai Bihar me


२०२२ में सरस्वती पूजा कब है बिहार - Sarswati Puja 2022 kab hai Bihar me


2022 me sarswati puja kab hai :- हैलो दोस्तों! कैसे हो आप। आशा करते है कि आप अच्छे ही होंगे। 26 जनवरी गणतंत्र दिवस मनाने के बाद अब Sarswati Puja के समारोह मानने का खुशी जोरों सोरों से चल रही होगी।


 तो इसी को मद्दे नजर रखते हुए, आज हम इस पोस्ट में "२०२२ में सरस्वती पूजा कब है बिहार, Sarswati Puja 2022 kab hai Bihar me, basant panchami 2022 mein kab hai, सरस्वती पूजा 2022 में कब है?" को लेकर आए हैं। 



Saraswati puja 2022 date near Bihar, Chattisgarh & jharkhand - सरस्वती पूजा 2022 में कब है?


Saraswati puja 2022 date :- यहां हम आपको बताना चाहूंगा कि सरस्वती पूजा (वसंत पंचमी) Saturday, 5 February 2022 को है। Sarswati puja को basant panchami के नाम से जाना जाता है। 


सरस्वती पूजा 2022 का तिथि एवं मुहूर्त - Sarswati Puja Tithi or muhurat


Bansant Panchami tithi & muhurat :-  पंचांग के अनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि से प्रारंभ होकर 05 फरवरी दिन शनिवार को प्रात: 03:47 बजे तक हो रहा है। बसंत पंचमी तिथि अगले दिन 06 फरवरी यानि दिन रविवार को प्रात: 03:46 बजे तक मान्य है। इसलिए ऐसे में बसंत पंचमी यानी सरस्वती पूजा 05 फरवरी को मनाया जाएगा।



वसंत पंचमी को सरस्वती पूजा क्यों मनाते हैं? Basant Panchami ko Sarswati Puja kyo manate hai


  पौराणिक कथाओं के अनुसार मान्यता है कि माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ज्ञान और वाणी की देवी मां सरस्वती ब्रह्माजी के मुख से अवतरित हुई थीं।  इसलिए इस दिन को ही देवी सरस्वती माता की पूजा के लिए समर्पित कर दिया गया। इस वज​ह से हर साल वसंत पंचमी को ही सरस्वती पूजा का आयोजन किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, वसंत पंचमी को पूजा करने से मां सरस्वती जी जल्द ही प्रसन्न होती हैं।



वसंत पंचमी 2022 तिथि  (When Is Bansant Panchami 2022)


Basant Panchami tithi :- पंचाग के अनुसार, बसंत पंचमी माघ माह के शुक्ल पंचमी की 05 फरवरी सुबह 03 बजकर 47 मिनट से शुरू हो कर 06 फरवरी प्रात: 03 बजकर 46 मिनट पर समाप्त होगी। अतः वसंत पंचमी यानि सरस्वती पूजा 05 फरवरी दिन शनिवार को मनाई जाएगी।



मां सरस्वती वसंत पंचमी 2022 का पूजन समय  (Basant Panchami Pujan Samay)


Sarswati maa ka pujan samay :- मां सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त पूजन करने का समय सुबह 07 बजकर 07 मिनट से दोपहर 12 बजकर 35 मिनट है। इस दौरान सरस्वती पूजा करना शुभ माना जाएगा। यह पूजा के लिए बहुत ही अच्छा समय है। वहीं, इस दिन का शुभ मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 13 मिनट से दोपहर 12 बजकर 57 मिनट तक है। इस दिन राहुकाल सुबह 09 बजकर 51 मिनट से दिन में 11 बजकर 13 मिनट तक है।



सरस्वती पूजा करने की विधि - Sarswati Puja Kane ki vidhi


Sarswati Pujan Vidhi :- हैलो दोस्तों! आप यहां नीचे पढ़ कर सरस्वती पूजा करने की विधि को देख सकते हैं :-


1. मां सरस्वती जी की प्रतिमा (मूर्ति) लाएं और उन्हें पीले रंग के वस्त्र को अर्पित करें।


2. अब देवी सरस्वती मां को रोली, चंदन, हल्दी, केसर, चंदन, पीले या सफेद रंग के पुष्प, पीली मिठाई और अक्षत को चढ़ाएं।


3. अब आप पूजा के स्थान पर वाद्य यंत्र और अपनी नई किताबें, पेंसिल, पेन को चढ़ाएं।


4. उसके बाद आप मां सरस्वती जी की वंदना का पाठ करें।


5. फिर हवन करें और आरती करके पूजा समाप्त करें।



सरस्वती मंत्र सरस्वती पूजा करने के लिए - Sarswati Puja karne ke liye Sarswati Mantra


ॐ श्री सरस्वती शुक्लवर्णां सस्मितां सुमनोहराम्।। कोटिचंद्रप्रभामुष्टपुष्टश्रीयुक्तविग्रहाम्। वह्निशुद्धां शुकाधानां वीणापुस्तकमधारिणीम्।। रत्नसारेन्द्रनिर्माणनवभूषणभूषिताम्। सुपूजितां सुरगणैब्रह्मविष्णुशिवादिभि:।।वन्दे भक्तया वन्दिता च ।।



basant panchami 2022 mein kab hai - बसंत पंचमी 2022 में कब हैं?


 Basant Panchami 2022 में शनिवार 05 फरवरी को हैं। बसंत पंचमी के ही दिन सरस्वती मां यानी सरस्वती पूजा की जाती हैं।



सरस्वती पूजा पर निबंध - Sarswati Puja ke nibhandh


Sarswati Puja nibhandh :- बसंत पंचमी भारत देश में मनाया जाने वाला एक प्रसिद्ध त्योहार है। बसंत पंचमी बसंत ऋतु की शुरुआत का प्रतीक है। वसंत का त्यौहार हिंदू लोगों में पूरी खुशी के साथ मनाया जाता है। 


बसंत ऋतु तथा पंचमी का अर्थ है शुक्ल पक्ष का पांचवा दिन बसंत पंचमी का क्या शुक्ल पक्ष का पांचवा दिन में अगर कहे तो बसंत पंचमी को बसंत ऋतु के पांचवे दिन के रूप में मनाया जाता है। 


बसंत पंचमी भारतीय महीने के पांचवें दिन माघ में आती है।  इस त्यौहार को सरस्वती पूजा के नाम से भी जाना जाता है। यानी बसंत पंचमी सरस्वती पूजा के नाम से भी जानते हैं। बसंत पंचमी का त्यौहार कैसे मनाया जाता है या देवी सर्वभूतेषु विद्या रूपेण संस्थिता नमस्तस्ए। नमस्तस्ए नमो नमः जानते हैं,


 कब मनाई जाती है तो बसंत पंचमी का त्यौहार माघ महीने की पंचमी को मनाया जाता है। मुख्यतः बसंत पंचमी विद्यालयों में और शिक्षा से जुड़े लोगों द्वारा फरवरी माह में मनाई जाती है। 



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२०२२ में सरस्वती पूजा कब है (Sarswati Puja 2022 kab hai) के बारे में अंतिम शब्द


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